Sone ke time ki dua: अस्सलामु अलैकुम दोस्तों! आज हम बात करेंगे एक बेहद ज़रूरी अमल के बारे में, जो है Sone se pehle ki dua हमारे प्यारे नबी ﷺ ने हमें बताया है कि रात को सोने से पहले कुछ ख़ास दुआएँ पढ़ना चाहिए जो हमारे लिए दुनिया और आखिरत में फायदेमंद होती हैं।
यह दुआ आपको नींद में सुकून भी देती है और बुरी ख्वाबों, शैतानी वसवसों और रात को उठने वाली कोई भी तकलीफ से बचाती है। तो चलिए सीखते हैं वो कौन सी दुआ है और उसका क्या मतलब है।
सोने से पहले की दुआ
Sone se pehle ki dua में हमें अल्लाह को याद करना चाहिए सबसे अहम है की हमें अपने गुनाह से तौबा और मग्फिरत की दुआ करनी चाहिए। फिर नीचे दी गई दुआ को पढ़ना चाहिए।
Sone se pehle ki dua in hindi
"अल्लाहुम्मा बिस्मिक अमूतु व अह्या।"
Roman English: Allahumma bismika amutu wa ahyaa.
Urdu: اللھم بِاسمِک اموت و احیا
सोने से पहले की दुआ का हिंदी तर्जुमा: “ए अल्लाह! तेरे नाम के साथ मेरा नींद में प्रवेश होता है और तेरे ही नाम के साथ में जाग उठता हूँ।”
क्यों पढ़ें ये दुआ?
ये दुआ पढ़ कर सोने से, हम अल्लाह की पनाह में सोते हैं। कुछ फ़रिश्ते हमारी हिफाज़त के लिए तैनात कर दिए जाते हैं। और अगर रात में हमारी मौत भी हो जाये तो हमारे लिए यह एक ख़ास अमल होता है जो हमारी मग़फ़िरत के लिए सहायक बन सकता है।
दुआ में बरकत
इस दुआ को पढ़ने से न सिर्फ आप बुरी ख्वाबों से बचेंगे, बल्कि अगर राज़ी स्याम आजाये तो इसका अज्र भी मिलेगा। इससे बेहतर क्या हो सकता है कि हमारी हर रात की नींद एक इबादत बन जाये?
कैसे पढ़ें
सोने से ठीक पहले अपने बिस्तर पे बैठकर यह दुआ ३ बार पढ़ लें और फिर अपनी दाएँ तरफ का रुख करके लेट जाएँ।
और क्या करें?
नबी ﷺ ने हमें यह भी सिखाया है कि सोने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धोकर सोना चाहिए।
- इसके अलावा सूरह इख़्लास, सूरह फलक, और सूरह नास तीन बार पढ़ कर अपने हाथों पर फूंक कर पूरे बदन पर फेर लें।
- सोने से पहले हमें पहला कलमा पढ़ लेना चाहिए इसके अलावा अगर नींद नहीं आती हो तो दूरूद शरीफ पढ़ते रहना चाहिए जिससे नींद जल्दी आ जाती हैं।
- इसके अलावा रात को सोने से पहले सुरह मुल्क पढ़कर सोने वाले के लिए अल्लाह एक फरिश्ता मुकर्रर कर देता है जो रात भारत उसकी हिफाज़त करता है। इसके अलावा सोने से पहले सुरह मुल्क पढ़ने से कब्र के अजाब से हिफाज़त होगी। इसके अलावा भी सोने से पहले सुरह मुल्क पढ़ने के कई फायदें है।
- रात में सोने से पहले 33 बार सुब्हानअल्लाह, 33 बार अल्हमदुलिल्लाह और 34 बार अल्लाहुअकबार भी पढ़ लें।
- इसके साथ ही अगर आपको अयातुल कुर्सी याद है तो उसे भी पढ़ें इस आयत की बरकत से अल्लाह शैतान के शर से हमारी हिफाज़त करता है।
तो, जब आप रात को बिस्तर पर जाएं तो इन छोटे-छोटे सुनहरे अमलियात को अपनाएं। बेहतर नींद और सुकून के लिए और अल्लाह के हिफ़ाज़ती आघोष में रात को बिताने के लिए यह सोने की दुआ ज़रूर करें।
आपने क्या जाना?
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