ला इलाहा इल्ला अंता सुबहानका दुआ की फजीलत | La ilaha Inna Anta hindi Dua

दोस्तों, इस्लाम धर्म में दुआएं हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में एक खास जगह रखती हैं। यह हमें अल्लाह के और करीब ले जाती हैं और हमारे दिल से निकली हुई हर सच्ची दुआएं अल्लाह तक पहुंचती हैं। हमें हर वक्त अल्लाह से दुआ करनी चाहिए। ऐसी ही एक बहुत जरूरी दुआ है “La Ilaha Illa Anta Subhanaka Inni Kuntu Minaz-Zalimin” जिसका मतलब और फज़ाईल हम आज इस लेख में जानेंगे।

यह दुआ हमें याद दिलाती है कि जब हमसे कोई गलती हो जाए, तो हमें अल्लाह की तरफ मुखातिब होकर अपनी गलतियों की माफी मांगनी चाहिए। अल्लाह से पक्का रिश्ता बनाने के इस दुआ को हमें रोज पढ़ना चाहिए।

इस दुआ के जरिए हम अल्लाह से कहते हैं कि “ऐ अल्लाह! तेरे सिवा कोई माबूद नहीं, तू पाक है, बेशक मैं ज़ालिमों में से हूँ।” यह दुआ न केवल हमारे गुनाहों की माफी का एक जरिया है, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें आइंदा में अपने अमल को सुधारना है।

इस लेख में, हम “La Ilaha Illa Anta Subhanaka Inni Kuntu Minaz-Zalimin dua Hindi Meaning” इस दुआ की खासियत, इसके उर्दू और हिंदी तर्जुमे जानेंगे, ताकि हम अपनी रोजाना की जिंदगी में इसे सही तरीके से पढ़ सकें और इसके असर को महसूस कर सकें।

la ilaha illa anta subhanaka inni kuntu minaz-zalimin सिर्फ दुआ नहीं है बल्कि कुरान की आयत भी है, जिसे आयत ए करीमा भी कहा जाता हैं। इसका ज़िक्र सुरह अंबिया की आयत 87 में हैं।

कुर्बानी की दुआ

जब युनुस अलैहि सलाम मछली के पेट में फंस गए थे। तब उन्होंने अल्लाह से इन्ही अल्फाज़ो के साथ दुआ की थी, जो अल्लाह को काफी पसंद आई और अल्लाह ने युनुस अलैहि सलाम को मछली के पेट से बाहर निकाल लिया था।

In Arabic:

لَّآ إِلَٰهَ إِلَّآ أَنتَ سُبْحَٰنَكَ إِنِّى كُنتُ مِنَ ٱلظَّٰلِمِينَ

Hinglish: “la ilaha illa anta subhanaka inni kuntu minaz-zalimin”

हिंदी: "ला इलाहा इल्ला अंता सुबहानका इन्नी कुंतु मिनज्ज़लीमिन"

हिंदी तर्जुमा: “ऐ अल्लाह! तेरे सिवा कोई माबूद नहीं, तू पाक है, बेशक मैं ज़ालिमों में से हूँ।”

English Meaning: There is no deity except You; exalted are You. Indeed, I have been of the wrongdoers.

आयात ए करीमा पढ़ने के फायदे:


वैसे तो किस आयात ए करीमा को हमें रोज़ाना पढ़ना चाहिए, क्योंकि इस दुआ में हम अल्लाह की हम्द बयान कर रहे हैं और अपने गुनाह और गलती को उस करीम रब के आगे तस्लीम कर रहे हैं। लेकिन इसके अलावा भी अगर आप पर कोई परेशानी अचानक आ जाए तो इस आयत ए करीमा को पढ़ने से इंशाल्लाह आपकी परेशानी दूर हो जाएगी।

  1. परेशानी से निजात के लिए
  2. कारोबार में बरकत के लिए
  3. रोज़गार न मिल रहा हो तो बेहतर रोज़गार के लिए
  4. दुश्मन से बचने के लिए
  5. जादू से महफूज़ रहने के लिए
  6. किसी भी जायज़ मकसद में कामयाबी के लिए
  7. औलाद के लिए
  8. कर्ज से आज़ादी के लिए
  9. तंगदस्ती के लिए
  10. सेहत और तंदुरुस्ती के लिए
  11. गुनहों से माफ़ी के लिए

इन सब के अलावा भी किसी भी मकसद से इस दुआ को पढ़ने से मकसद में कामयाबी मिलती हैं।

la ilaha illa anta subhanaka पढ़ने का तरीका


जैसा कि ऊपर हम बता चुके हैं की इस दुआ को हमें हर वक्त पढ़ते रहना चाहिए, लेकिन इस आयत ए करीमा को हर नमाज़ के बाद पढ़ना चाहिए, इस दुआ को पढ़ने का बेहतरीन तरीका ये हैं की,

नमाज़ से फारिग होने के फौरन बाद बिना किसी से बात किए या कुछ बोले और बिना उधर उधर देखें सीधे सजदे में चले जाएं।

  • सजदे में सबसे पहले एक बार दुरूद शरीफ पढ़े (जो भी दुरुद आपको आती हो वो पढ़ सकते सकते हैं)
  • इसके बाद 41 बार La Ilaha Inna Anta Subhanaka पूरी पढ़ें।
  • फिर अल्लाह से जो भी चाहें दुआ करें।
  • आखिर में एक मर्तबा फिर दुरुद शरीफ पढ़ें।
  • इस अमल को तबतक करें जब तक आपकी दुआ पूरी नहीं हो जाती। इंशाल्लाह इस दुआ से आपकी ख्वाहिश जल्द पूरी हो जायेगी।

हमने क्या सीखा?

इस लेख के माध्यम से हमने La Ilaha Illa Anta Sub’hanaka inni Kuntu Minz-zalimin का हिंदी और इंग्लिश तर्जुमा जाना, साथ ही इस दुआ की फजीलत भी जानी और इसको पढ़ने के कितने फायदे है इसके बारे में भी हमने इस पोस्ट के जरिए जानकारी हासिल की।

दोस्तो, उम्मीद है आपको ये पोस्ट पसंद आया होगा। आपको जानकारी कैसी लगी हमें नीच कॉमेंट में बताइए आप कॉमेंट में अपनी राय भी हमें दे सकते हैं।

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