गुस्ल की दुआ | Nahane ki dua in hindi

Gusl karne ki dua: आज हम बात करेंगे इस्लामी शरीयत में गुस्ल (नहाने) की फज़ीलत और उसके सही तरीके के बारे में। साथ की जानेंगे nawaitu an agtasil min ghusli dua क्या है। गुस्ल की दुआ कौन सी है।

आपके भी मन में सवाल आता होगा Nahane ki dua in hindi और guls ki dua क्या है? आज हम आपको आपके इस सवाल का जवाब बड़ी ही तसल्ली के साथ देंगे, आप आखिर तक इस लेख के साथ बने रहे। आपको गुस्ल से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगे।

गुस्ल करने को दुआ

अगर आप भी ये जानना चाहते है कि Nahane ki dua kaun si hai तो मैं आपको बता दूं कि नहाने या गुस्ल करने की कोई दुआ होती ही नहीं है, दरअसल गुस्ल से पहले नियत करनी होती है, गुस्ल का मतलब होता है पाक होने के लिए पूरे बदन को धोना। यह बेहद ज़रूरी इबादत है जब इंसान किसी जनाबत की हालत में हो या उसके ऊपर गुस्ल फर्ज़ हो गया हो तो ऐसे में उसे जल्द से जल्द गुस्ल करके खुद को पाक कर लेना चाहिए।

गुस्ल की नियत हिंदी में


इस्लाम में हर अच्छा काम करने से पहले उसकी नियत करने से मोमिन को काफी सवाब मिलता है ठीक उसी तरह गुस्ल करने से पहले भी सवाब के लिए नियत करना चाहिए, नियत दिल के इरादे का नाम है, अगर आप ने दिल में नहाने का इरादा किया तो आपकी नियत हो गई लेकिन अगर आप इसे अरबी में पढ़ना चाहते है तो हम आपको बता देते हैं।

गुस्ल की नियत नियत हिंदी में

"نواية ان اغتاسل من غسلِ لرفعيل حدثِ''
"Nawaitu An Agtasil Min Ghusli Lirfaa'il Hadsi"
"नवैतु अं अग्तासिल मिन गुस्ली लिरफालिल हदसी"

इसका तर्जुमा है “नियत की मैंने गुस्ल की, नापाकी को दूर करने और पाक होने के लिए।”

नियत के बाद मुकम्मल गुस्ल करना भी ज़रूरी है अगर आपको गुस्ल का मुकम्मल तरीका नही पता है तो हमनें आपको गुस्ल के आसान और सही तरीके के बारे में बताया हैं।

गुस्ल करने का आसान और सही तरीका

Nahane ki dua in hindi

गुस्ल के तीन फ़र्ज़ है पहला फ़र्ज़ है कुल्ली करना, दूसरा फ़र्ज़ है नाक में पानी डालना और तीसरा फ़र्ज़ है पूरे बदन में पानी बहना। अगर इनमें से एक भी फ़र्ज़ रह जाए तो गुस्ल नहीं होगा।

  1. सबसे पहले दोनों हाथों को कलाई तक तीन बार अच्छी तरह से धोएं।
  2. फिर, शर्मगाह को धोएं और साफ करें।
  3. पूरे शरीर पर लगी नजासत (गंदगी) को साफ करें।
  4. इसके बाद वुजू की तरह पानी से सफाई करें – मुंह में गरारे करें, नाक में पानी डालें, चेहरे को धोएं, और हाथों को कोहनी तक धोएं।
  5. सिर का मसाह (हाथ फेरना) करें और कानों को साफ करें।
  6. बदन पर चूल्हे की तरह पानी फैलाएं और तीन बार दाहिने शोल्डर, फिर बाएं शोल्डर, और अंत में पूरे बदन पर पानी बहाएं।
  7. ध्यान रखें कि बदन का कोई भी हिस्सा सूखा न रहे।
  8. अंगूठी पहने हों तो उसे घुमाकर पानी पहुंचाएं।
  9. यदि आप महिला हैं, तो अपने बाल खोल दें ताकि हर जड़ तक पानी पहुँच सके।

याद रहे की अगर आपका रोज़ा है तो गरारे न करें सिर्फ कुल्ली करना ही बेहतर है।

याद रखें, गुस्ल करते समय किबला की तरफ मुंह न करें और न ही कोई दुआ या कलाम पढ़ें। जब आप इन सब चरणों का पालन कर लेंगे, तब आप इस्लामी नियमानुसार पाक समझे जाएंगे। इसके बाद, आप चाहें तो साबून या अन्य हलाल साफ-सफाई की चीजें इस्तेमाल कर सकते हैं।

गुस्ल करने के बाद


गुस्ल पूरा होने के बाद, आप अपने नियमित कपड़े पहन सकते हैं और अपनी रोज़मर्रा की इबादत या अन्य कार्यों को जारी रख सकते हैं। याद रखें कि गुस्ल न सिर्फ शारीरिक पाकीज़गी के लिए, बल्कि रूहानी सफाई के लिए भी अहम है। इसलिए गुस्ल के बाद खुद को नई ऊर्जा और ताजगी महसूस होनी चाहिए।

गुस्ल की शर्तें


इस्लाम में गुस्ल की कुछ शर्तें होती हैं, जैसे कि नियत करना और पूरे बदन पर पानी पहुँचाना ज़रूरी है। यदि आपको गुस्ल करने की ज़रूरत हो, तो इन शर्तों का ख्याल रखें।

अगर किसी वजह से आप गुस्ल नहीं कर पा रहे और नमाज़ का वक्त हो गया है, तो तैयम्मुम कर लेना चाहिए, जो कि पानी न मिलने पर एक शरई विकल्प है।

सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों को चाहिए कि वे इस इबादत को सही तरीके से अन्जाम दें और अल्लाह के हुज़ूर में पाकीज़गी की हालत में उपस्थित हों।

दोस्तों, उम्मीद करता हूँ कि आपको गुस्ल की इस छोटी सी गाइड में आपकी मदद के लिए जानकारी मिली होगी। सही तरीके से गुस्ल करना हम सभी के लिए ज़रूरी है, ताकि हम अपनी इबादतों में बेहतरीन कर सकें। यदि आपके पास इससे संबंधित कोई सवाल हो या कुछ अन्य जानकारी चाहिए हो, तो नीचे कमेंट सेक्शन में ज़रूर लिखें। अल्लाह हाफ़िज़

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