आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में रोज़गार की तलाश बहुत ही मुश्किल हो गई है। हर कोई चाहता है कि उसे एक अच्छा और स्टेबल नौकरी मिले। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि लाख कोशिशों के बाद भी कामयाबी हाथ नहीं लगती। ऐसे में इंसान निराश हो जाता है और उसकी उम्मीदें टूटने लगती हैं। इस मुश्किल घड़ी में, जब कोई रास्ता नहीं सूझता, तब दुआ एक सहारा बन सकती है। अगर आप भी Rozgar ki dua की तलाश में है तो आप बिल्कुल सही जगह आएं हैं।
दोस्तो जब हम दिल से दुआ करते हैं, तो हमें एक अजीब सा सुकून मिलता है। क्योंकि अल्लाह ही है जो हमें खिलाता है पिलाता है और हमें रोज़गार देता है। और हमें उसके आगे ही गुहार लगानी चाहिए बेशक अल्लाह हमारी सुन रहा है और जल्द ही हमारी मुश्किलें दूर होंगी।
इस्लाम में, रोज़गार के लिए खास दुआएं बताई गई हैं जिन्हें पढ़ने से नौकरी मिलने की संभावना बढ़ती है। साथ ही रोज़गार में बरकत भी होती हैं। rozgar me barkat ke liye dua नीचे बताई गई हैं।
Rozgar ki dua in Hindi
Bismilla-hirrahma-nirraheem
Dua: Allahumma rabbas-samawatis sabaa wa-rabbal
arshil atheem, rabbana wa rabba kulli shay,
munzilat-tawrati wal injili, wal qur'anil azeem.
antal-awwalu, fa-laysa qablaka shay, wa-antal aakhiru
fa-laysa baadaka shay, antaz-zahiru fa-laysa fawqaka
shay, wa antal batin, fa-laysa doobaka shay, iqdi,
annad-daina wa-aghnina minal faqr.
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
दुआ: अल्लाहुम्मा रब्बस-समावतीस सबा वा-रब्बल
अर्शिल अज़ीम, रब्बाना वा रब्बा कुल्ली शय,
मुंज़िलत-तवरती वल इंजीली, वल क़ुरानिल अज़ीम।
अंतल-अव्वलू, फ़ा-लैसा क़ब्लाका शाय, वा-अंताल आख़िरु
फ़ा-लयसा बादका शय, अंतज़-ज़ाहिरू फ़ा-लयसा फ़वकाका
शय, वा अंतल बतिन, फ़ा-लैसा दूबाका शय, इक्दी,
अन्नद-दैना वा-अघ्निना मीनल फ़क़र।
तर्जुमा : आसमान और ज़मीन के रब, हमारे और हर चीज़ के रब, दाने और घुटली को फाड़ने वाले तौरात, इंजील और कुरान को नज़ील करने वाले अल्लाह, मैं तेरी ही पनाह मांगता हूं हर एक शरीर के शर से जिसकी पेशानी तेरे हाथ में है, तू ही अव्वल है, तुझसे पहले कोई चीज़ नही थी। तू ही आखरी है, तेरे बाद कोई चीज़ नही, तू ही ज़ाहिर है बस तुझसे ऊपर कोई चीज़ नही, और तू ही बातिन है, तुझसे करीब कोई चीज़ नही। मुझसे कर्ज़ दूर कर दीजिए और फक्र और फाके से मेरी किफायत कर दीजिए।
Refrence: Jami at Tirmidhi Hadith #3400
रोज़गार में बरकत के लिए वज़ीफा
अल्लाह के रसूल सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया की अगर किसी ने रात में सोते वक्त सुरह बकरह की आखरी दो आयात पढ़ ली ये उसके लिए काफी हो जाएंगी।
यानी की अगर कोई शख्स रात में सोते वक्त सुरह बकरह की आखरी दो आयत पढ़ ले तो कुछ मोहद्दसीन के नजदीन ये उसके लिए नजद का सबब बनेगी। यानी अगर नींद में उसका इंतकाल हो जाए तो सुरह बकरह की ये दो आखरी आयात उसके लिए नजाद के लिए काफी हैं।
Sahih al-Bukhari 4008
वहीं कुछ ओलमाओ के नजदीक इसका एक माना ये भी है कि सुरज बकराह की आखरी दो आयात हर तकलीफ और शर से महफूज़ रखने के लिए काफी हैं। लिहाज़ा अगर किसी को सक्सेस नहीं मिल रही या उसका कोई काम नहीं बन रहा है तो ऐसी सूरत में ये अमल करने से इंशाल्लाह उसे कामयाबी मिलेगी।
हमने क्या सीखा
दोस्तो किस पोस्ट में हमने आपको rozgar ki dua hindi me बताई है इसके अलावा रोजगार में बरकत के लिए एक वज़ीफा भी बताया हैं। दोस्तो मैं एंड में आप से यही कहना चाहूंगा अल्लाह उसी को नवाज़ता है। जो उसका हर हाल में शुक्र अदा करता है और खूब मेहनत करता है, तो दोस्तो आप भी अपने काम में खूब मेहनत करो और और अल्लाह से दुआ करते रहो। इंशाल्लाह आपको जल्द ही कामयाबी मिलेगी।
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